बीडी के संग चाय
... है दैया हाय....
बाबा बोले मुझसे आज--
गर्मी में पीना पन्ना...
नहीं मिले तो गन्ना...
भ्रष्टाचार विरोधी हो जा
बाबा के संग या संग अन्ना
या बन जा सरकारी बाबू
धनवानों संग धन्ना...
जीवन-मरण समझ ले मूरख
जीवन है ये झन्ना....
बाबा जी की बातें यारों
शिशु को नहीं हैं भाय
बीडी के संग चाय
... है दैया हाय....
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