Friday, August 23, 2019

प्रश्नोत्तरी-5

प्रश्नोत्तरी-5

असली लगे निरर्थक न्यूज़,
फ़ेक लगे क्यों असली तब?
पत्रकारिता  है  मर  जाती,
अक्सर  होता  ऐसा  तब।।

रेल  चल रही घाटे में क्यों,
डूबी नइया है जहाज की?
नहीं  प्रबंधन,  ना संसाधन,
बात बताता तुम्हें राज की।।

क्यों  मंदी उद्योग जगत में?
डॉलर क्यों ले रहा उबाल?
जब टकसाल संभाले बाबू,
तब-तब होता  ऐसा हाल।।

क्यों  बेक़ाबू   होती  भीड़,
बेगुनाह  की  जाती  जान?
महिमा मंडन जब भी होता,
गुनहगार  पाता  सम्मान।।

सीबीआई खोज रही क्यों,
इनकम  टैक्स  दहाड़ा है?
न्यायालय में बोले आकर-
हमको  याद  पहाड़ा  है?

...बाकी अगली कड़ी में फिर कभी...

Sunday, August 18, 2019

सितम इस क़दर क्यूँ ढाए हो तुम!

दवा-दारू।😊

सितम  इस  क़दर  आज  ढाए  हो  तुम!
लगता है आज फिर अद्धा चढ़ाए हो तुम!

मैं भी पीना चाहता हूँ तुम्हारे साथ प्रिय,
मेरे लिए क्या ज़हर ख़रीद लाए हो तुम?

क्यूँ छोड़ दिया था पीना-पिलाना 'ए दोस्त'-
मुद्दतों बाद मैख़ाने में नज़र आए हो तुम?

खुल'कर  कहो  सब हाले  दिल  'शिशु' से,
ग़मों  को  दिल  में  क्यों  दबाए  हो  तुम?

मुझपे ख़ुद कर्जा अदायगी है बहुतों का,
अब  कहो, मेरे  घर  क्यूँ  आए  हो  तुम।

#नज़र_नज़र_का_फ़ेर #शिशु

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