अज़नबी ही सही कोई बात करें,
ये सफ़र तय साथ-साथ करें।
दुश्मनी भूल कर दोस्ती से कहो,
नफ़रतों से दो-चार हाँथ करें।
राह में कांटे कंकड़ बहुत हैं यहाँ,
चलो मेहनत दिन और रात करें।
धर्म की बात भी यदि ज़रूरी यहाँ
तो ख़तम पहले जाति-पांत करें।
फ़ोन करते 'शिशु' हैं बराबर, मगर,
वक़्त निकाल चलो मुलाक़ात करें।